नेपाल यात्रा, पोखरा, जनकपुर वाराणसी
नेपाल यात्रा, पोखरा, जनकपुर वाराणसी स्पेशल तीर्थयात्रा
यह स्पेशल तीर्थ यात्रा 08 जुलाई 2024 को दिल्ली से प्रारम्भ होगी।
पहला दिन
दिल्ली से गोरखपुर के लिये शुभ प्रस्थान। (रेल द्वारा)
गोरखनाथ मंदिर के दर्शन (रात्रि विश्राम गोरखपुर)।
तीसरा दिन रास्ते में व रात्रि वश्राम पोखरा में।
पोखरा भ्रमण, विन्धयावासिनी मन्दिर, गुप्तेश्वर पातालेश्वर महादेव, देवेशफाल (रात्रि विश्राम पोखरा में)।
प्रातः पोखरा से मुक्तिनाथ के लिए छोटी गाड़ी द्वारा प्रस्थान (रात्रि विश्राम जमसुम)।
मुक्तिनाथ दर्शन व पोखरा हेतु प्रस्थान (रात्रि विश्राम पोखरा)।
मनोकामना मन्दिर रवाना एवं मनोकामना देवी दर्शन। (रात्रि विश्राम काठमाण्डू)
काठमांडू स्वयं मार्केटिंग (रात्रि विश्श्रम काठमांडू)
पशुपतिनाथ दर्शन, बागमति गंगा, स्वयंभू, बूढ़ा नीलकण्ठ दर्शन (रात्रि विश्राम काठमाण्डु)।
राममन्दिर, सीता विवाह स्थल (रात्रि विश्राम चितवन)।
चितवन नेशनल पार्क अवलोकन (रात्रि विश्राम लुम्बिनी)।
लुम्बिनी साईट सीन, भगवान बुद्ध की जन्म स्थली (रात्रि लुम्बिनी)।
रात्रि रेल रिजर्वेशन द्वारा गोरखपुर से दिल्ली के लिए प्रस्थान।
दिल्ली रेलवे स्टेशन पर मधुर स्मृतियों के साथ यात्रा समापन।
यात्रा का किराया
भोजन, चाय, नाश्ता, AC पुशबेक डीलक्स बस, डबल बैड होटल रूम, 3AC रेल रिजर्वेशन, द्वारा का किराया 34,000/- प्रति सवारी होगा। अग्रिम बुकिंग हेतु 5,000/- प्रति यात्री नगद अथवा ऑनलाइन ‘श्री शिव शंकर तीर्थ यात्रा’ ऋषिकेश के S.B.I. बैंक खाते में जमा करवा दें। शेष धनराशि यात्रा से पूर्व ली जायेगी। नोटः मनोकामना रोप-वे , बोट राइड, चितवन जंगल सफार्री का खर्चा स्वयं यात्री का होगा।
यात्रा विवरण
यात्रियों के लिए यात्रा काल में सुबह की बेड टी, चाय-नाश्ता व दोपहर एवं रात्रि भोजन। भोजन में एक दाल, एक सब्जी, चावल, रोटी का पूरा प्रबन्ध होगा। शाम को चाय दी जायेगी। रोटी, दाल एवं चावल में देशी घी का प्रयोग होगा एवं नाश्ता, सब्जी एवं पूरी में उत्तम क्वालिटी का रिफाइण्ड प्रयोग होगा। चावल बासमती दोनों समय बनाया जायेगा। समय की उपलब्धता के आधार पर यात्रियों को अचार, पापड़, मीठा, सलाद भी भोजन के साथ दिया जायेगा। प्याज व लहसुन का प्रयोग वर्जित होगा। भोजन, लकड़ी के चूल्हे में शुद्ध शाकाहारी बनाया जायेगा। दोपहर एवं रात्रि को खाने के साथ एक-एक मिनरल वाटर की बोतल यात्रियों को दी जायेगी ।
यात्रियों के सामान की सुरक्षा हेतु चौकीदार की सुविधा, चाय, नाश्ता, भोजन बनाने वालों व घुमाने के लिए पर्याप्त व्यक्तियों का प्रबन्ध समिति द्वारा किया जायेगा। कोई भी यात्री सोने व चांदी के जेवर पहनकर न आये। यात्राकाल के दौरान आर्थिक एवं शारीरिक क्षति की जिम्मेदारी यात्री की स्वयं की होगी। व्यवस्थापक यात्रियों के नुकसान का जिम्मेदार नहीं होगा।
हमारी यात्रा में अकेले वृद्धजन व महिलाएं भी आराम से यात्रा कर सकती हैं। क्योंकि यात्रा का माहौल घर-परिवार जैसा ही रहता है जिस कारण अकेलापन महसूस नहीं होगा।
यात्रियों को चाहिए कि प्रत्येक यात्री अपनी बकाया धनराशि देने के वास्ते अपने साथ नकद रूपया अथवा किसी भी बैंक का ड्राफ्ट/ चैक ‘‘श्री शिवशंकर तीर्थ यात्रा (रजि0)’’ के नाम पर ऋषिकेश शाखा का बनवाकर साथ में लावें।
नियम
यात्रियों को निम्नलिखित नियमों का पालन करना अनिवार्य होगा।
यात्रियों के लिए यात्राकाल में सुबह की चाय, नाश्ता, दोपहर व रात्रि भोजन में एक दाल, एक सब्जी, चावल, रोटी का पूरा प्रबन्ध होगा। शाम को चाय दी जायेगी। दाल-चावल, रोटी में देशी घी का प्रयोग होगा। सब्जी व नाश्ते में रिफान्इड तेल का प्रयोग होगा। समय की उपलब्धता के आधार पर यात्रियों को पापड़ व अचार भी भोजन के साथ दिया जायेगा। प्याज-लहसुन का प्रयोग पूर्णतः वर्जित होगा। भोजन शुद्ध शाकाहारी सात्विक बनाया जायेगा। यात्रा के दौरान तवा चपाती बनायी जायेगी व समय की उपलब्धता के अनुसार पूड़ी, पराठें व खिचड़ी भी बनायी जायेगी तथा यात्रा में समय अनुसार लंच पैकेट भी दिया जाएगा।
रात्रि विश्राम के लिए होटल का प्रबन्ध समस्त यात्रियों के लिए 2/3 बैड के अटैच लैट-बाथरूम कमरों में किया जाएगा। यात्री अपने साथ असली फोटो पहचान पत्र ;आधार कार्ड, वोटर आई. डी., कोविड वैक्सीनेशन सर्टिफिकेट व 3 पासपोर्ट साईज फोटो अवश्य साथ लावे । दर्शनीय स्थलों का प्रवेश शुल्क यात्रियों द्वारा वहन किया जायेगा।
संक्रमक रोगी, मादक पदार्थों का सेवन करने वाले अथवा झगडालू यात्री को यात्रा से पृथक करने का पूर्ण अधिकार व्यवस्थापक का होगा।
यात्रा बुक होने के बाद यात्री अपनी सीट कैंसिल करवाता है तो अग्रिम धनराशि वापिस नहीं की जायेगी। यात्रिओ को वडोदरा से गोरखपुर और वापसी में मुजफ्फरपुर से वडोदरा 3 AC रेल रिजर्वेशन द्वारा लाया और वापसी छोड़ा जायेगा उस दौरान भोजन पानी की व्यवस्था यात्री की स्वम की रहेगी ।
यात्रा काल के दौरान आर्थिक, शारीरिक क्षति एवं यात्री के सामान की जिम्मेदारी यात्री की स्वयं की होगी। व्यवस्थापक यात्रियों के नुकसान का जिम्मेदार नहीं होगा।
यदि कोई यात्री किन्हीं कारणवश अथवा अस्वस्थ होने की वजह से अपनी यात्रा अधूरी छोड़कर घर वापिस आना चाहेगा तो्र उस अवस्था में यात्री को व्यवस्थापक की तरफ से केवल घर तक पहुंचाने हेतु रेलवे का थ्री टायर स्लीपर क्लास का टिकिट ही दिया जायेगा। किराया वापसी किसी भी अवस्था में देय नहीं होगा। यह व्यवस्था केवल यात्रा समाप्ति के 5 दिन पूर्व तक लागू होगी।